लागत 40 और आमदनी दस रूपये ddnewsportal.com

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लागत 40 और आमदनी दस रूपये 

अदरक के गिरते दामों ने चिंता मे डाले किसान, 8 से 10 रूपये प्रति किलोग्राम बिक रही नकदी फसल

कार्तिक तोमर-शिलाई

सिरमौर सहित शिलाई क्षेत्र की प्रमुख व नकदी फसल अदरक इन दिनों कौड़ियों के भाव बिक रही है। जिस कारण किसानों में केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रति रोष है। किसानों के मुताबिक गत वर्ष अदरक की फसल 70 रुपए प्रति किलो मंडियों ने ली थी। लेकिन इस बार वर्तमान समय में 8 से 10 रुपए किलोग्राम अदरक मुश्किल से बिक रहा है। नकदी फसल की कीमत कम होने के कारण किसान चिंतित है कि परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे तथा सालभर बच्चो की पढ़ाई व अन्य खर्चो की गुजर बसर कैसे हो पाएगी। गोर हो कि जिला सिरमौर अदरक की फसल को लेकर को लेकर भारत भर में विख्यात है तथा जिला का अदरक अधिक पोष्टिक, स्वास्थ्यवर्धक व कई दर्जनों दवाइयों में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन वर्तमान में अदरक के रेट ने किसानों को रोने पर मजबूर किया है। अब किसानों की आस केवल सरकार पर टिकी है कि सरकार किसानों का अदरक अच्छे मूल्य पर खरीद कर किसानों की चिंता दूर करने के प्रयास करेगी। किसान सभा के जिला अध्यक्ष रमेश वर्मा, टिका राम शर्मा, पंकज किसान, देवेंद्र सिंह, भूप सिंह, धर्म सिंह, दौलत सिंह, मदन सिंह आदि ने बताया की अदरक पर प्रति किलो खर्चा करीब 40 रुपए के करीब लागत आती है। लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित न होने के कारण आज अदरक की फसल 10 रूपये तक बिक रही

है। ऐसेमे किसान कैसे जीएंगे। इसलिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत को लागू करना चाहिए। यदि सरकार का बेरुखी भरा रवैया रहता है तो किसान धीरे धीरे अंदर ही घुटकर मर जाएगा। सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए कि किसान अपनी फसलों के साथ खुद को जिंदा रखकर देश को अन्न देता रहे। सरकार इस मामले मे तुरंत संज्ञान लें वरना किसानों को मजबूरन सडकों पर उतरना पड़ेगा।